
बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी ,
भक्तों की लगी है कतार भवानी |
ऊँचे पर्बत भवन निराला ,
आ के शीश निवावे संसार, भवानी
जगमग जगमग ज्योत जगे है ,
तेरे चरणों में गंगा की धार, भवानी ॥1||
लाल चुनरिया लाल लाल चूड़ा ,
गले लाल फूलों के सोहे हार, भवानी ॥2||
सावन महीना मैया झूला झूले ,
देखो रूप कंजको का धार भवानी ॥3||
पल में भरती झोली खाली ,
तेरे खुले दया के भण्डार, भवानी ॥4||
लक्खा को है तेरा सहारा माँ ,
करदे अपने सरल का बेडा पार, भवानी ॥5||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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