ज्योत जगी है सुहानी , की आओ आओ मात भवानी

ज्योत जगी है सुहानी , की आओ आओ मात भवानी



धुन- करते हैं खुद को

ज्योत जगी है सुहानी , की आओ आओ मात भवानी कर दे कृपा दीनों पर , की मैया तेरी हो मेहरबानी | तेरी दया बिन ये जग सूना, मन का उजाला तुमसे दूना, तेरी कृपा जग जानी || १ || सुर नर मुनि सब तुमको रिझाये, तेरी कृपा की आस लगाए , तू माता वरदानी || २ || जन जन के कष्टों की हर्ता , सुखकर्ता तू पालनकर्ता , तू जग की महारानी || ३ || करके कृपा हमको हरषा दे, " नन्दू " अम्बे भाग्य जगा दे, हम बालक अज्ञानी || ४ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''

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