
श्याम हमारी पूजा अर्चन किरपा कर स्वीकार करो,
भगवन मेरे , दर पे तेरे , आए हम उद्धार करो||
ना पूजा का थाल साँवरे ना अझत ना चन्दन है ,
मौन खड़ा कर जोड़ निहारूँ अन्तर्मन हरिवन्दन है,
श्रद्धा सुमन नीर नयनों का हे मालिक स्वीकार करो || १ ||
मन मन्दिर में ठाकुर बसजा दर्शन पाऊं जी भरके, करले अरज कबूल सँवारा जाना ना कभी तज करके, नित तेरा गुणगान करूँ मैं सपने को साकार करो || २ ||
बंशी की वो मधुर रागिनी आकर श्याम सुना जाओ,
व्याकुल हैं प्रभु प्राण हमारे आकर धीर बंधा जाओ ,
" नन्दू " के नन्दलाल कृपाकर दे दर्शन सब पीड़ हरो || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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