
धुन- अफ़साना लीख रही हूँ ओ काले मुरली वाले , तू सताना छोड़ दे मेरे नैनो से नैनों को , मिलाना छोड़ दे | ये बैरन तेरी बंसी , ' क्यूँ लेवे मेरा नाम , दिल में क्या है तेरे , ' मैं जानू रे घनश्याम , मैं घूँघट पे पनघट पे , तड़पाना छोड़ दे || १ || क्यूँ बनते तो तुम भोले , ' बोले तेरी अँखियाँ , देती है ताने मुझको , ' मेरी सारी सखियाँ , मेरे पीछे पीछे चल के , तू आना छोड़ दे || २ || भक्त भी प्रीत लगाकर , ' ना चैन से सोये, तुमसे मिलने की खातिर , ' वो हर पल रोये , सपनों में तू अपनों को , रुलाना छोड़ दे || ३ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''
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