
धुन- घर आया मेरा परदेसी
देव दयालु महर करो ,
मेरी भी अब झोली भरो |
लखदातार कुहाते हो, फिर क्यूँ मुझे सताते हो, मुझ पर भी इब नज़र करो || १ ||
मैं अति दिन अनाथ प्रभु, तुम नाथों के नाथ प्रभु, मेरे सिर पर हाथ धरो || २ ||
दुःख में भी मुस्काएँ हम, दर को छोड़ न जाएं हम, " नन्दू " भगवन रहम करो || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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