
तर्ज़ क्या मिलिये ऐसे लोगों से
जग के रचैया. भव के खिवैया.हम दीनों पर दया करें । शरण पड़े हैं. चरण धरें हैं.हमरे सर पर हाथ धरें । हमने सुना है. मात पिता ही,रखते हैं बच्चों का ध्यान । आप हमारे. मात पिता हैं.आप हमारे हैं भगवान । अंगुली पकड़ कर. चलना सिखायें राह की बाधा दूर करें ||1|| जीवन पथ पर. कदम कदम पर. हम ठोकर खा सकतें हैं । आप सम्हाले. रखना हमको.वरना हम गिर सकतें हैं । हर मुश्किल से. हमे उबारें ,बल हिम्मत हर बार भरें ||2|| हमने सारे. रिश्ते नातें. आप के संग ही बाँध लिये । कहे "रवि" तन. मन धन जीवन. आप पे सब ही वार दिये । भव बंधन से. हमको तारें. हम सबका उद्धार करें ||3||
रविन्द्र केजरीवाल "रवि"
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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