
धुन- ऐसा देश है मेरा जितने वाले के सब साथी , ये हारे का सहारा ऐसा श्याम हमारा | जिसकी नैया इसने थामी , भव से पार उतारा ऐसा श्याम हमारा | जिसके संग में हो कन्हैया , उसकी डूबे ना नैया , मझधार भी क्या कर लेगा , जब साथ हो ऐसा खवैया इसकी किरपा से ही चलता , हम जैसों का गुजारा || १ || कलयुग में डंका बजता , घर घर में इसकी कहानी, खाटू से भेजता रहता , भक्तों को दाना पानी, गूँज रहा सारी दुनियाँ में , श्याम नाम का नारा || २ || जो जग से हार के आता , ये उसको गले लगाता , ये इसीलिये तो जग में , हारे का साथी कहाता , कहे " पवन " जो शरण में आये , कभी नहीं वो हारा || ३ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''
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