
ये तेरी कृपा हे साँवरिया, गुणगान तेरे गाता हूँ | तेरे कारण ही मैं जग में , बाबा जाना जाता हूँ |
है अब तक मैंने पाया जो,श्याम सब तेरी कृपा है वो, कभी न भूलूँ मैं इसको,प्रभु ऐसी दया अब करना, बड़ा प्यारा घर परिवार दिया ,सदा बढ़ता व्यापर दिया , श्याम प्रेमी परिवार दिया ,मुझे कल की कोई फिक्र ना मैं छोड के सब चिंताओं को,कीर्तन में चला आता हूँ ||१|| मुझे यश वैभव ज्ञान मिला ,प्रेमियोँ में स्थान मिला,
सारे जग में सम्मान मिला,सब तेरा करम है बाबा,
तिजोरी दौलत से भर दी, हर एक आशा पूरी कर दी, सारी खुशियाँ आगे धर दी, हुआ जन्म सफल है बाबा,
इस जीवन पर उपकार तेरा ,दुनिया से मैं बतलाता हूँ ||२||
मैं था मूर्ख खल कामी, हजारोँ मुझ में थी खामी,
मगर जब तक डोर तूने थामी,मुझको राह सही दिखला दी, मैँ था जग का ठुकराया ,हार कर पास तेरे आया, तूने यूँ गुलशन महकाया,सारी बिगडी बात बना दी, अबे ये किस्सा हर कीर्तन में ,मैं प्रेम से दोहराता हूँ ||३||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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