श्याम तुम्हारा संकट काटे , दर पे जाके तो देखो

श्याम तुम्हारा संकट काटे , दर पे जाके तो देखो



धुन- झूट बोले कौआ काटे

श्याम तुम्हारा संकट काटे , दर पे जाके तो देखो ये दौड़ा चला आयेगा , बुलाके तो देखो |

जो श्याम शरण में आते हैं , मनवांछित फल वो पाते हैं जग के ठुकराये लोग यहाँ , सीने से लगाए जाते हैं श्याम तेरी अर्जी सुन लेगा , तुम सुनाके तो देखो || १ ||

है श्याम धणी दातार बड़ा , जो माँगे सो दे देता है ये तेरे प्रेम का भूखा है , कुछ और नहीं ये लेता है झटपट ये तेरा बन जाये , तुम रिझाके तो देखो || २ ||

जिसने भी इसको ध्याया है , उसने ही सब कुछ पाया है जो निश दिन ज्योत जगाते हैं , वहाँ श्याम की छत्तर छाया है तेरे घर में खुशियाली छाये , ज्योत जगाके तो देखो || ३ ||

तूँ श्याम का सुमिरण कर प्यारे , तेरा मन पावन हो जायेगा " बिन्नू " श्री श्याम सलोने का , तूँ सन्मुख दर्शन पायेगा तेरा रास्ता रोशन हो जाये , प्रीत लगाके तो देखो || ४ ||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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