बता साँवरे क्यों , मुझे तूँ रुलाये

बता साँवरे क्यों , मुझे तूँ रुलाये




धुन- मुझे प्यार की ज़िन्दगी बता साँवरे क्यों , मुझे तूँ रुलाये मेरे आँसुओं पे , तरस क्यों न खाये | हालत पे मेरी , हँसे ये ज़माना है लाचार देखो , तेरा ये दीवाना बहुत हो चूका है , सहा अब न जाये || १ || समझने न पाऊँ , ज़माने की चालें मैं जैसा हूँ दाता , मुझे तूँ निभाले चलना मैं चाहूँ , सर को उठाये || २ || दया करने वाले , दया तो दिखाओ जहाँ में ना मेरा , तमाशा बनाओ कहे " हर्ष " मुझसे , न फेरो निगाहें || ३ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''

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