चान्दी चान्दी हो गयी मेरी चान्दी चान्दी

चान्दी चान्दी हो गयी मेरी चान्दी चान्दी







धुन- स्वरचित
चान्दी चान्दी हो गयी मेरी चान्दी चान्दी सच्चे ह्रदय से मैंने बाबा को पुकारा बाबा ने आके झट दिया है सहारा || टेर ||
मेरी नहीं औकात सांवरा फिर भी आया प्रेमी हृदय का मान श्याम प्यारे ने बढ़ाया तब से मैं बन गया हूँ , इसका पुजारी मुझको तो भाये मेरे बांके बिहारी || १ ||
नरसी भगत की खातिर सांवलशाह बन आया मीरा खातिर अमृत बनकर प्रगटाया धन्ना जाट की टपरी संवारी धन्ना तो सोये देखा जागे बिहारी || २ ||
प्रेम भाव का भूखा इनको प्रेम चाहिये लक्षमीपति श्री राधा रमण को दिल में बसाईये भजनों का प्रेमी भजनों का दीवाना " नन्दू " श्री चरणों में बिछकर जाना || ३ ||


जय श्री राधे कृष्ण


Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: