सताये हुए हैं , सताना न हमको

सताये हुए हैं , सताना न हमको



धुन- तुम्हीं मेरे मन्दिर

सताये हुए हैं , सताना न हमको दिले हाल अपना , सुनाना न हमको |

हम अपने में ही यार खोये हुए हैं, किनारे पे कश्ती डुबोये हुए हैं, ना तुम धीर देके , भुलाना न हमको || १ ||

हमारा पता हम खुद न जानते हैं, चकाचक ख्यालों में रस छानते हैं, झमेले में जग के , फँसाना न हमको || २ ||

फकत याद ही का , जिसे हो सहारा, ना उसको कभी छोड़ना है गंवारा, बहुत रो चुके हैं , रुलाना न हमको || ३ ||

लगी चोट क्या " श्याम बहादुर " जिगर पे, कोई चढ़ गया " शिव " हमारी नज़र पे, कसम प्यार की है , नचाना न हमको || ४ ||

जय श्री राधे कृष्ण

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