दीनों का एक सहारा , ये मुरली वाला है

दीनों का एक सहारा , ये मुरली वाला है




धुन- तुझे याद ना मेरी आई


दीनों का एक सहारा , ये मुरली वाला है जिसका ना कोई उसका , ये रखवाला है |

अपने भक्तों की भक्ति , ये आजमाता है, ले लेके परीक्षा खुद से , दूर भगाता है, फिर भी कोई साथ न छोड़े , ये अपनाता है || १ ||

जिसको विस्वाश हा पक्का , बंशी बजैया का , बनता है कन्हैया माँझी , उसकी नैया का, विष को अमृत में ये ही , करने वाला है || २ ||

जिसको ये अपना लेता उसके दास बन जाते , उसकी खातिर प्रभु के सारे कानून बदल जाते, नहीं ऐसा पालनहारी , मिलने वाला है || ३ ||





जय श्री राधे कृष्ण


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