
खुश हो जाये गर सांवरा हर ठाठ देता है, ज्यादा उड़ने वालों के पर ये काट देता है | ये रसिया रंग रंगीला, ये छलिया छैल छबीला, ये साग विदुर के खाए, दुष्टों के भाव ठुकराये अपने हिस्से की खुशियाँ भी ये बाँट देता है ||1|| ना दिखावा इसे दिखाओ, बस प्रेम के भाव चखाओ, तेरे दिल में ये आ जाये, तुझे अपना बना के लुभाये गम के बदली ये पल भर में ये छांट देता है ||2|| बस मुरली नहीं बजाता, ये चक्र का चक्कर भी चलाता, जो चक्कर में इसके आये, उसे प्रभु ही पार लगाए दुष्टों की पलभर में खडी ये खाट कर देता है ||3|| कर ली है बे धड़क यारी, रसखान छोड़ होशियारी, जब गम से नीर बहाये, तो तूं ही काम बनाये बन जा तूं सुदामा धन दौलत से पाट देता है ||4|| जय श्री राधे कृष्ण
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