
धुन- नखरालो देवरियो
तेरे सर पे सदा यूँ माँ , चुनरिया लहराये युग युग तक जग सारा , भवानी तेरे गुण गाये |
ये अनमोल सुहाग निशानी , तन पे तेरे सोहे लाल रंग को देख तुम्हारे , बेटे सुध बुध खोये तेरी लाल चुनरिया को , निरख हम सुख पायें || १ ||
बड़ी अनोखी बड़ी निराली , चुनड़ी ये मतवाली इस चुनड़ी में छुपी हुई है , भक्तों की खुशहाली तेरी लाल चुनरिया माँ , हमारे बड़ी मन भाये || २ ||
" हर्ष " कहे माँ तेरी चुनड़ी , जब जब भी लहराई दुष्टों की ये काल बनी , भक्तों की लाज बचाई तेरी लाल चुनरिया पे , भगत वारी वारी जाये || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
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