
धुन- यूँ ही कोई मिल गया था
मुझे दर्शन दे गई माँ , कल रात सोते सोते
कल रात सोते सोते
फिर बीती रात मेरी , माँ से बात होते होते
माँ से बात होते होते |
मुझे याद है अभी भी , वो रात का नज़ारा
माँ सामने खड़ी थी , आभास होते होते || १ ||
जैसी सामने ये मुरत , वैसी ही मैंने देखी
मैं तो चरणों में पड़ा था , यूँ निहाल होते होते || २ ||
मुझको गले लगाया , फिर प्यार से माँ बोली
तूँ तो अभ भी रो रहा है , मेरे पास होते होते || ३ ||
जिसे ज़िन्दगी ने चाहा , और दिल से मने पूजा
वो झलक दिखा गई माँ , सुप्रभात होते होते || ४ ||
जय श्री राधे कृष्ण
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