अब नैण मेरे भर आये ,

अब नैण मेरे भर आये ,



धुन- मोहे भूल गये साँवरिया

अब नैण मेरे भर आये , अब नैण मेरे भर आये
श्याम बिरह में गम के बदरा झर झर नीर बहाये |

क्यों छलिये से नेह लगाया
काहे गम को पास बुलाया
ओ निर्मोही अब तो आज्या , रो रो दास बुलाये || १ ||

दिल की लगी को कैसे सहे रे
श्याम सजन बिन कैसे रहे रे
तेरे दरश की दिल में लगी है , कौन ये प्यास बुझाये || २ ||

" हर्ष " कहे क्यों देर लगाई
प्रीत निभाज्या श्याम कन्हाई
तन्हाई अब तो मिटादे , क्यों इतना तरसाये || ३ ||

जय श्री राधे कृष्ण


Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: