
बंशी बजा के श्याम ने दीवाना कर दिया
अपनी निगाहें-नाज़ से मस्ताना कर दिया .
जब से दिखाई श्याम ने वो सांवरी सुरतिया
वो सांवरी सुरतिया वो मोहनी मुरतिया.
खुद बन गये शमा मुझे परवाना कर दिया ||1||
बांकी अदा से देखा मन हरन श्याम ने,
मन हरन श्याम ने सखी चित चोर श्याम ने,
इस दुनिया से मुझे बेगाना कर दिया ||2||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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