
धुन- कव्वाली
दर्श दे दोगे तुम्हारा , क्या बिगड़ जायेगा श्याम
मेरा ये अरमान दिल का , पूरा हो जायेगा श्याम || टेर ||
डूबने वालों को बस , तेरा सहारा चाहिये
फिर तो हम गहरे भंवर से , पार हो जायेंगे श्याम || १ ||
चाहे जितना भी हो पापी , स्वर्ग में ही जायेगा
तेरा दामन जिस किसी के , हाथ आ जायेगा श्याम || २ ||
देख कर नक़्शे कदम अब , ज़िन्दगी की राह में
मिलते ही तुमसे नज़र ये , दिल भी खो जायेगा श्याम || ३ ||
ऐ मानुज अब छोड़ , मिलने की तमन्ना छोड़ दे
भक्ति में होगा असर तो , आप मिल जायेंगे श्याम || ४ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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