
धुन- मुझे प्यार की ज़िन्दगी
तुम्हें श्याम अपना , बना के रहेंगे
गमे हाल दिल का , सुना के रहेंगे ||
दयालु कहाकर क्यों मुँह मोड़ते हो
पकड़ हाथ निर्बल का क्यों छोड़ते हो
रूठे हो गर तुम हमसे , मना के रहेंगे || १ ||
कभी साथ आकर के बैठो तो जानो
मुलाक़ात करने की जरा दिल में ठानो
घावों से छलनी दिल ये , दिखा के रहेंगे || २ ||
मानो हमारी या हमें तुम बतादो
कैसे भी करके मेरी बिगड़ी बनादो
" साँवर " ये दुरी तुमसे , मिटाके रहेंगे || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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