
राधिका गोरीसे, बिरजकी छोरीसे, मैया करादे मेरो ब्याह ।
उमर तेरी छोटी है, नजर तेरी खोटी है, कैसे करादुं तेरो ब्याह ॥
जो नाहि ब्याह कराये, तेरी गैया न चराऊँ,
आजकी बाद मैया, मई माखन मिश्री न खाऊं
आयेगा रे मजा, रे मजा, अब हार जीतका ॥१ ||
चंदनकी चौकी पर, मैया तुझको बेठाऊँ,
अपनी राधासे माँ मैं चरण तेरे दबवाऊं,
भोजन मैं बनवाऊंगा ,बनवाऊंगा छप्पन प्रकारके ॥ २ ||
छौटी सी दुल्हनिया जब अंगना में डोलेगी
तेरे सामने मैया वो घूंघट न खोलेगी
दाऊ से जा कहो बैठे वो द्वार पे ||३||
सुन बातें लाला की मैया बैठी मुस्काए
ले के बललेय्या मैया हिवडे से अपने लगाये
नज़र कहीं न लगे मेरे लाल को ||४||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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