
सावन आयो सावन आयो सावन आयो री
सखी री बड़े भाग से सावन आयो री
झूला झूलूँगी श्याम संग आज
सखी री बड़े भाग से सावन आयो री
तन की तपन तो मेघ बुझाए
और मन की श्री यदुराज
सखी री बड़े भाग से सावन आयो री ||१ ||
हाथन मेहँदी संग माहवार
कर सोलह श्रृंगार
सखी री बड़े भाग से सावन आयो री ||२ ||
नारायण मै चरनन की चेरी
और वो हमरे सरताज
सखी री बड़े भाग से सावन आयो री ||३ ||
मै तो झूलूँगी श्याम संग आज
सखी री बड़े भाग से सावन आयो री
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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