मन मेरा मंदिर, शिव मेरी पूजा

मन मेरा मंदिर, शिव मेरी पूजा



मन मेरा मंदिर, शिव मेरी पूजा
शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा
बोल सत्यम शिवम्, बोल तू सुन्दरम
मन मेरे शिव की महिमा के गुण गाए जा

पार्वती जब सीता बन कर,
 श्रीराम के सम्मुख आई - २
राम ने उनको 'माता' कहकर
शिव शंकर की महिमा गाई
शिव भक्ति में सब कुछ सूझा
शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा ||1||

तेरी जटा से निकली गंगा,
 और गंगा ने भीष्म दिया है - २
तेरे भक्तो की शक्ती ने,
 सारे जग को जीत लिया है
तुझ को सब देवों ने पूजा,
शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा ||2||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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