राधा नाचती आई रे मेरा श्याम दीवाना

राधा नाचती आई रे मेरा श्याम दीवाना




राधा नाचती आई रे मेरा श्याम दीवाना
श्याम दीवाना मेरा श्याम दीवाना

जब मैं गयी थी यमुना तट पे
मोरी नजर से नजर मिलाई रे ||1||

जब मैं गयी थी पनिया भरण को
मोरी मटकी तोड़ गिराई रे ||2||

जब मैं गयी थी झुला झूलन को
मोहे ऊँची पींग चडाई रे ||3||

जब मैं गयी थी होली खेलन को
भर पिचकारी मारी रे ||4||

जब मैं गयी थी होली खेलन को
भर पिचकारी मारी रे||5||

श्याम ने जब मेरी पकड़ी कलाई
मेरी चूड़ी तोड़ गिराई रे ||6||

जब मैं गयी थी पूजा करण को
मोहे दर्शन आन दिखायो रे ||7||


''जय श्री राधे कृष्णा ''


post written by:

Related Posts

  • निसिदिन बरसत नैन हमारे निसिदिन बरसत नैन हमारे। सदा रहत पावस ऋतु हम पर, जबते स्याम सिधारे।। अंजन थिर न रहत अँखियन में, कर…
  • मैया री मैं चंद लहौंगौ मैया री मैं चंद लहौंगौ । कहा करौं जलपुट भीतर कौ, बाहर ब्यौंकि गहौंगौ ॥ यह तौ झलमलात झकझोरत, कैसैं…
  • जोग ठगौरी ब्रज न बिकैहै जोग ठगौरी ब्रज न बिकैहै। यह ब्योपार तिहारो ऊधौ, ऐसोई फिरि जैहै॥ यह जापे लै आये हौ मधुकर, ताके उर …
  • मैया कबहुं बढ़ैगी चोटीमैया कबहुं बढ़ैगी चोटी। किती बेर मोहि दूध पियत भइ यह अजहूं है छोटी॥ तू जो कहति बल की बेनी ज्यों ह्वै…

0 Comments: