
सांवरे घनश्याम तुम तो
published on 05 September
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सांवरे घनश्याम तुम तो
प्रेम के अवतार हो
फस रही हूँ संकटों में
तुम ही पालनहार हो|
चल रही आंधी भयानक
भंवर में नैय्या फसी
थाम लो पतवार गिरिधर
तब ही बेडा पार हो||1||
नंगे पद गज के रुदन पर
दौड़ने वाले प्रभु
देखना निष्फल न मेरे
आंसुओं की धार हो||2||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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