सांवरे घनश्याम तुम तो

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सांवरे घनश्याम तुम तो
प्रेम के अवतार हो
फस रही हूँ संकटों में
तुम ही पालनहार हो|

चल रही आंधी भयानक
भंवर में नैय्या फसी
थाम लो पतवार गिरिधर
तब ही बेडा पार हो||1||

नंगे पद गज के रुदन पर
दौड़ने वाले प्रभु
देखना निष्फल न मेरे
आंसुओं की धार हो||2||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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