
जय हो बजरंग बाला, जय हो बजरंग बाला ।
पांव में घूंघरू बांध के नाचे, रटे राम की माला ।
केसरी नन्दन राम दुलारे, माँ अंजनी के लाला ||1||
सिया राम ही राम पुकारे, लंका जाय असुर सब मारे,
सीता की सुध लाने खातिर, क्या से क्या कर डाला ||2||
तेरे बल का पार ना पाया, तेरा ऋषि मुनी ध्यान लगाया,
घृत सिन्दूर चढावे थारे, उसका संकट टाला ||3||
तुमसा देव नहीं कोई दानी, तेरी गाथा जाये न बखानी,
सब पर कृपा करो बजरंगी, लाल लंगोटे वाला||4||
तेरी निश दिन ध्यान लगावुँ , तुमको जहॉं सुमरूँ वहाँ पावुँ
भक्त कहे तुम बजरंगी, संकट मेटन वाला ||5||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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