
मेरे राम तेरी चाकरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी
तेरे दरबार की चाकरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी |
जब से तेरा गुलाम हो गया
जग में मेरा भी नाम हो गया
वरना औकात क्या थी मेरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी ||१||
छुट्टी लूँगा कभी मै नहीं
स्वास जब तक चलेगी मेरी
मरते -मरते करूं नौकरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी ||२||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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