
जमुना किनारे मेरो गाँव साँवरे आ जाइयो
साँवरे आ जाइयो,साँवरे आ जाइयो|
जमुना किनारे मेरी ऊँची हवेली,
मैँ ब्रज की गोपीका अलबेली
राधा किशोरी मेरो नाम,||1||
मल-मल के स्नान कराऊँ,
घिस घिस चन्दन रोज लगाऊँ
पुजा करूँ मैँ सुबह शाम,साँवरे ||2||
खस- खस का मैँ बंगला बनाऊँ,
चुन चुन कलियाँ रोज बिठाऊँ
धीरे से दाबु तेरे पाँव,||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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