ए श्याम तेरी बंसी की कसम, हम तुमसे मोहोबत कर बैठे

ए श्याम तेरी बंसी की कसम, हम तुमसे मोहोबत कर बैठे



ए श्याम तेरी बंसी की कसम, हम तुमसे मोहोबत कर बैठे ।
इस दिल के सिवा कुछ और न था, यह दिल भी तुम्हारा कर बैठे ॥

हम रंग गए तेरे रंग में, ओ सावरे सुन ले अरज मेरी ।
कुछ खोया भी कुछ पाया भी, तेरी प्रीत से झोली भर बैठे ॥1||

पलकों में छिपा कर श्याम तुझे तन मन कुर्बान किये बैठे हैं ।
पकड़ा जब तेरे दामन को, जीने का सहारा कर बैठे ॥2||

मगरूर हुआ क्यूँ कर लेकिन, जरा सामने आ सूरत तो दिखा ।
कमजोर है दिल दीवाने का, श्याम इतना किनारा कर बैठे ॥3||

तस्वीर को तेरी जब देखा, मदहोश हुआ, बेहोश हुआ ।
देखा जब तेरी सूरत को सजदे में जुकाए सर बैठे ॥4||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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