मनिहारिन का भेष बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया..

मनिहारिन का भेष बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया..



मनिहारिन का भेष बनाया,
श्याम चूड़ी बेचने आया
छलिया का वेश बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया ||

झोली कंधे धरी ,
उसमें चूड़ी भरी
गलियों में शोर मचाया ||1||

राधा ने सुनी,ललिता से कही
राधा ने सुनी,ललिता से कही
मोहन को तुरंत बुलाया ||2||

चूड़ी लाल नही पहनूं ,
चूड़ी हरी नही पहनूं.
मोहे श्याम रंग ही भाया ||3||

राधा पहेनन लगी ,
श्याम पहनाने लगे..
राधा ने हाथ बढाया ||4||

राधा कहने लगी,
 तुम हो छलिया बड़े
धीरे से हाथ दबाया ||5||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
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