ओऽम कृष्णं बन्दे जगतगुरू

ओऽम कृष्णं बन्दे जगतगुरू




ओऽम कृष्णं बन्दे जगतगुरू|

तुम पूजा की हर गुंजन में
तुम सांसो की हर धड़कन में
तुम राधा के संसार ||1||

तुम कलियों में तुम फूलों में
तुम गलियों में तुम शूलों में
तुम ग्वालों के सरदार ||2||

गीता का ज्ञान दिया तुमने
दुष्टों को नष्ट किया तुमने
धरती का भार उतार ||3||

तुम जग में हो जग तुममें है
सब काल परिस्थिति तुम में है
हो सबके पालन हार ||4||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
~~

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: