झरने लगे नयनों से आँसू , अब तो आन मिलो मेरे श्याम

झरने लगे नयनों से आँसू , अब तो आन मिलो मेरे श्याम



झरने लगे नयनों से आँसू , अब तो आन मिलो मेरे श्याम
झड़ी लग गई है अविराम , अब तो आन मिलो मेरे श्याम|

कहाँ -कहाँ खोजा प्रभु तुमको, मंदिर मस्जिद तीरथ छाने
भटक भटक कर तुम्हें खोजते, बीत गए कितने युग जाने
हार गया प्रभु माला "कर" ले, जपते जपते तेरा नाम ||1||


छूट गए सब संगी साथी , खेल, तमाशे, नाटक छूटे
अपना कोई नहीं प्रभु जग में, जग के सारे नाते झूठे
आज तोड़ दो आकर कान्हा , माया के ये बंध तमाम ||2||

एक तुम्हारी प्यास ,यही विश्वास, तुम्हें पाना है कान्हा
तड़प रही है प्यासी मछली, सागर में जाना है कान्हा
नहीं चाहती और तड़पना, रूह चाहती अब विश्राम ||3||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
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