
बड़ा तंग किया तूने घनश्याम है ,
मैं नहीं कहती ये कहता नंदगाम है |
घर घर करता फिरे तू कान्हा चोरियाँ ,
मटकियाँ तोड़े और करे सीनाजोरियां ,
हर समय तेरा बस यही काम है ||1||
और भी तो तेरे जैसे बच्चे यहाँ बड़े है,
सब तेरे मोहन क्यों बोल पीछे पड़े है;
जो भी आके लेता वो ही तेरा नाम है ||2||
भरे हुए तेरे भी तो घर के भंडारे हैं ,
दूध-दही-मक्खन के देख तेरे सारे हैं ,
मुफ्त में नाम किया तूने बदनाम है ||3||
रस्सियों से बाँधा तुझे देख लिया मार के ,
आखिर में बैठ गयी मैं भी थक हार के ,
तुझसे ये अच्छा कान्हा बल्रान है ||4||
तू तो मुझे दुनिया में जान से प्यारा है,
होके मजबूर'सदा मैंने तुझे मारा है ,
सीने से लगा के तुझे मिलता आराम है ||5||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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