
मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में ,
वृंदावन की गलियों में ,बरसाने की गलियों में ,
जो होना था सो हो गया ,वृंदावन की गलियों में ||
सावन की मस्त हवाएं ,यहाँ रिमझिम पड़े फुहारें ,
मन बंशी की धुन में खो गया ,वृंदावन की गलियों में ||१||
मेरे मोहन मुरली वाले .मुझे तुझ बिन कौन सँभाले
मेरा चित्त चुराकर वो गया , वृंदावन की गलियों में ||2||
राधे का ध्यान लगाया ,मेरा बांके बिहारी आया ,
राधे संग दर्शन हो गया ,वृंदावन की गलियों में||३||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
0 Comments: