
धुन- कन्हैया ले चल परली पार
सुनादे मीठी मीठी तान , सुनादे मीठी मीठी तान
श्याम सलोने हम भक्तों पर होगा रे अहसान || टेर ||
सरगम का जादू बिखरादे , सोये अरमां आज जगादे
हम सब को मदहोश बनादे
धुन मुरली की सुनने खातिर , तरस रहे हैं कान || १ ||
इस मुरली के चर्चे भारी , गोकुल में करते नर नारी
आज लबों पर तूने धारी
वृन्दावन का पत्ता पत्ता , गाये रे गुणगाण || २ ||
एक गुजरी एक कन्हैया रास रचाये रास रचैया
थिरक रहे सब था था थैया
" हर्ष " मेरे मधुवन में आजा , बनके तूँ मेहमान || ३ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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