हम तुम्हारे तुम हमारे , जानता संसार है

हम तुम्हारे तुम हमारे , जानता संसार है



धुन- हम सफ़र मेरे हम सफर

हम तुम्हारे तुम हमारे , जानता संसार है
खोल कर छाती कहेंगे , हमको तुमसे प्यार है || 

खेल बैठे खेल ऐसा , प्यार का हम सांवरे
जीते तो अपना मुक्कदर , हार भी स्वीकार है || १ ||

सौंप दी जीवन की डोरी , हमने तो तेरे हाथ में
थामोगे तो जीत मेरी , छोड़ी तो तेरी हार है || २ ||

ज़िन्दगी के इस भंवर में , नाव हमने छोड़ दी
पार करदो या डुबो दो , हर तरह उद्धार है || ३ ||

सोच ले पर ये कन्हैया , हारे तो दुनियाँ हंसे
मत हँसी अपनी करवाना , विनती बारम्बार है || ४ ||

" श्याम सुन्दर " जिन्दा है हम , बस तेरे ही आसरे
टूट जाए ना भरोसा , तेरा ही आधार है || ५ ||

जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्

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