
धुन- एक प्यार का नगमा है
बाबा तेरी यादों ने , दीवाना बनाया है
वो नज़ारा प्यारा प्यारा , नैनों में समाया है || टेर ||
मीठी सी चुभन देकर , मदहोश बनाया है
दिल के सिंहासन पर , दरबार लगाया है
गम ले के कन्हैया से , दिल चैन लुटाया है || १ ||
चितवन के इशारे से , चितचोर नाचता है
दिलदार के जलवों को , दिल भूल न पाता है
ये कैसे कहूँ तूने , कितना तरसाया है || २ ||
जी मज़ा तेरी यादों में , नहीं मिलने के वादों में
फागुन की जो मस्ती है , सावन में न भादों में
तूने मेरे सपनों का , संसार सजाया है || ३ ||
" शिव श्याम बहादुर " का , तूँ मीत पुराना है
तेरा सा नहीं जग में , जिगरी मस्ताना है
उल्फत का रंगीले ने , क्या रंग लगाया है || ४ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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