
धुन- साजन मेरा उस पार है
करते हैं अरजी सरकार से ,
जल्दी बुलाना दरबार में || टेर ||
रूप तुम्हारा ऐसा भा गया ,
देखते ही डी ये मात खा गया
रहना है मुश्किल बिन दिलदार के || १ ||
साथ कभी नहीं छूटे अपना ,
कर देना तूँ पूरा मेरा सपना
भर देना दामन मेरा प्यार से || २ ||
प्रीत हमारी तूने जानी है ,
बाबा ये तेरी मेहरबानी है
हमको क्या लेना संसार से || ३ ||
जिसको तुम्हारा संग मिल गया ,
मुश्किल से मुश्किल काम कर गया
" नन्दू " वाकिफ है चमत्कार से || ४ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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