धुन - आवाज़ देकर हमें तुम टूटी है नैया ,

धुन - आवाज़ देकर हमें तुम टूटी है नैया ,






धुन - आवाज़ देकर हमें तुम



टूटी है नैया , टूटे सहारे 

जीवन में शायद , मिले ना किनारे || टेर ||




बिना काम इलज़ाम , सब हैं लगाते

तेरी ही खातिर , सहे हम भी जाते
घुट घुट के जीना है , मुश्किल हमारे || १ ||




करना ही गर था , हे श्याम अँधेरा 

क्यों कर दिखाया है , मुझको सबेरा 
किस्मत में बस , क्या रोना हमारे || २ ||




बर्बादियाँ क्या , देखी ना तुमने

कुछ ना कहेंगे , कसम खाई हमने
हम " ओम " फिर भी रहेंगे तुम्हारे || ३ ||


जय श्री राधे कृष्ण

श्री कृष्णाय समर्पणम्

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