कोई जब राह ना पाये ,तेरा मन घबराये ,   और तुझे कुछ समझ ना आये ,चले आना खाटू एक बार |

कोई जब राह ना पाये ,तेरा मन घबराये , और तुझे कुछ समझ ना आये ,चले आना खाटू एक बार |





तर्ज      कोई जब राह हैं ना   पाये
    
कोई जब राह ना पाये ,तेरा मन घबराये , 

 और तुझे कुछ समझ ना आये ,चले आना खाटू एक बार |




हारे का सहारा है मेरा बाबा श्याम , 
बिगड़े बनादे वो तेरे सारे काम,
 गिरते हुये को वो लेवे आके थाम
कोई ना जब साथ निभाये ,
ये दौड़ा दौड़ा आये ,कोई दिल से जो इसको बुलाये ||1||
                             


विश्वास नहीं है तो  आजमाके देख ,
   दर पर श्याम के आकर तो देख ,
  एक बार सर को झुका कर तो देख
 अँधियारा जब घिर कर आये,
  गमो की बदरी छाये और तुझे कुछ नजर ना आये ||2||
                                


     बनते है अपने तो बिगड़े भी काम ,
     करता कन्हैया होता है मेरा नाम
     मेरा कोई भी नहीं है तुम  बिन श्याम
      विष्णु तेरा ध्यान लगाये ,
भक्त गुण गाये और कीर्तन में ये तुझको बुलाये ||3||



जय श्री राधे कृष्ण
 श्री कृष्णाय समर्पणम्
           

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