ऐ हारे के सहारे , ऐ श्याम जल्दी आरे

ऐ हारे के सहारे , ऐ श्याम जल्दी आरे




धुन- कभी गम से दिल लगाया



ऐ हारे के सहारे , ऐ श्याम जल्दी आरे

सेवक तेरा पुकारे , सेवक तेरा पुकारे || 




तेरे सिवा न बाबा , दुनियाँ में अब हमारा

गिरते हुवे को दे दे , आ करके तूँ सहारा 
गहरे भँवर मैं कश्ती , डूबे हैं तूँ बचा रे || १ ||




अपना बना के मुझको , अपनों ने ही है लूटा

कल तक जो थे हमारे , अब साथ उनका छूटा 
बिलकुल हूँ मैं अकेला , मेरा साथ तूँ निभा रे || २ ||




सुनता हूँ तूँ शरण में , दीनों को है बिठाता 

हारे हुवे का साथी , दुनियाँ तूँ कहाता
ये " हर्ष " जग से हारा , करुणा जरा दिखारे || ३ ||







जय श्री राधे कृष्ण

 श्री कृष्णाय समर्पणम्

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