
बची रह्यो गोरी
श्याम बड़ो छलिया l
जो काहना तोरे घर पे बुलावे
दवार के भीतर बची रह्यो गोरी
श्याम बड़ो छलिया ll1ll
जो कहना तोहे कुंजन बुलावे
तो धुप देके चली आयो गोरी
श्याम बड़ो छलिया ll2ll
जो कहना तोरो घूंघट खोले
नीची नजरिया करे रह्यो गोरी
श्याम बड़ो छलिया ll3ll
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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