
तर्ज़-मैं तो भूल चली बाबुल का देश
मेरी मईया का अदभुत सिंगार, आज बड़ा प्यारा लगे
कोई नज़रें उतारों बार बार, रूप बड़ा प्यारा लगे
सोलह सिंगार देखो माँ ने सजाया
भक्तों को मईया ने दर्शन दिखाया
हो.... बोलो मईया की जय जय कार, रूप बड़ा प्यारा लगे ||1||
सिंह पे सवार मईया अस्त्र शस्त्र धारे
भगतों के सारे ही संकट निवारे
हो..... मईया देती है किस्मत सँवार, रूप बड़ा प्यारा लगे ||2||
मईया के चरणों में जो भी है आता
कहता "रवि" सारी खुशियाँ है पाता
हो..... माँ की किरपा से महके सँसार, रूप बड़ा प्यारा लगे ||3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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