
धुन - दिले नादाँ तुझे हुआ क्या है
श्याम चरणों में चित्त लगाना है
वही अब आखरी ठिकाना है || टेर ||
मेरे दिल में वाही समाये हैं
दिल अब चीर के दिखाना है || १ ||
मेरी श्वासों में यही बसते हैं
भेंट श्वासों की अब चढ़ाना है || २ ||
मेरी नज़रों में श्याम रहते हैं
श्याम को श्याम से मिलाना है || ३ ||
" रवि " कहता की श्याम जीवन है
बाकी जीवन वहीँ बिताना है || ४ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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