माता भजन

माता भजन



धुन- आयो फाल्गुन मेलो



तूँ दुर्गा तूँ काली मैया झुँझनुवाली
ई कलयुग के मांहि तेरी शान निराली || टेर ||



डेंको बाजे घर घर मांहि सारी दुनियाँ ध्यावे
देश दिशावर सूं नर नारी दर्शन तांई आवे
आया जो भी सवाली , भरदी झोली खाली || १ ||



दादी जी का दुनियाँ माँहि चर्चा होवे भारी
टाबरिया पे भीड़ पड़े तो परचा देवे भारी
भगतां की प्रतिपाली , देवे माँ खुशहाली || २ ||



तेरे ही भरोसे दादी मैं तो मौज उड़ाऊँ
" हर्ष " भवानी आइयाँ ही मैं तेरी किरपा चाहूँ
राखिजे रखवाली , रोज मनाऊँ दिवाली || ३ ||



जय श्री राधे कृष्ण



       श्री कृष्णाय समर्पणम्

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: