
तर्ज़- तेरे बिना श्याम हमारा
साँचो नाम हरी को, और बाकी सब झूठ है,
"बाकी सब झूठ है "-2,
साँचो नाम . . .
मिनख जमारो तेरो, पल पल बीत रहयो
हरी से विमुख कांई, फेर लेई पूँठ है
साँचो नाम . . .
सगरे जगत माँहि, स्वारथ की ही धूम है
माया कै जगत माँहि, माची गैहरी लूट है,
साँचो नाम . . .
रिश्ता नाता प्रेम सारो, ढोंग है दिखावो है
एक जरा सी बात पै भाई, रिश्ता जावै टूट है
साँचो नाम . . .
"रवि" कह्वै बात मेरी, गाँठ माँहि बाँध ल्यो
नातों एक हरी सै, हाँ भाईड़ा अटूट है
साँचो नाम
रविन्द्र केजरीवाल"रवि"
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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