
सारी दुनिया है दीवानी राधा रानी आपकी
कौन है जिस पर नहीं है महरबानी आपकी ।
सारा जहाँ है एक चमन और इस चमन के फूल हम
इन सभी फूलों में श्यामा हम निशानी आपकी||1||
जैसे गंगा और यमुना की धारा बहती भूमि पर
वैसे ही बहती है ममता राधा रानी आपकी || 2 ॥
तन भी तेरा मन भी तेरा मेरा क्या है लाडली
तेरा तुझको सौपती हूँ ये निशानी आपकी ॥3 ॥
उम्र भर गाती रहूँ में महिमा श्यामा आपकी
अपने चरणों में ही रखना महरबानी आपकी ॥4 ॥
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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