तर्ज़-प्रभु जी मोरी लागी लगन           मैं

तर्ज़-प्रभु जी मोरी लागी लगन           मैं



तर्ज़-प्रभु जी मोरी लागी लगन
           
मैं वारी वारी, जाँवू हरी के, चरणन में
हरी बस्यो है कण कण में
हाँ जी मेरो, हरी बस्यो है कण कण में ||

           
हरी चरणन में, चित मेरो लाग्यो
हरी बस्यो है, नै-नण में,
हाँ जी मोरे, हरी बस्यो है, नै-नण में ||1||

           
हरी चिंतन माँहि, सुधि बिसराई
जादू भरयो है मुलकण में,
हाँ जी वाँ के, जादू भरयो है मुलकण में ||2||

            
कहत "रवि" मेरो, श्याम है सहाई
सँग है हर, पल क्षण में,
हाँ जी मोरे, सँग है हर, पल क्षण में ||3||

           
🏻रविन्द्र केजरीवाल"रवि"👏


जय श्री राधे कृष्ण


      श्री कृष्णाय समर्पणम्

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