
यमुना तट की रेणु देखो ॥ गोकुल की तुम धनु देखो
published on 09 October
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यमुना तट की रेणु देखो ॥
गोकुल की तुम धनु देखो ॥
देखो तुम श्यामा श्याम को ॥
प्यारे वृन्दावन धाम को ॥
माखन की करते चोरी देखो
गोपीयन की मटकी फोड़ी देखो ॥
मोहन को मुरली बजाते दखो
राधा संग रास रचाते दखो ॥1||
बृज की राधा गौरी देखो
बरसाने की होरी दखो ॥
होरी भी लठमार देखो
राधा कृष्ण का प्यार देखो ॥2||
कॉन्हा की बृज भूमी दखो
दुनियाँ यहाँ पे झूमी देखो ॥
पागल का पागलखाना देखो
रूप बसन्त है श्याम दीवाने देखो ॥3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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