
श्याम सुंदर गिरिधारी,
माधव कृष्ण मुरारी
दर्शन दे बनवारी
कुंजबिहारी
दर्शन दे बनवारी हो....
दर्शन दे बनवारी हो....
हे गोविन्दा, हे मुकुन्दा
नन्द के दुलारे
गोपी ग्वालन के
और गायों के प्यारे
तान सुना दे प्यारी
प्यास बुझा दे हमारी ||1||
चपल नयन चन्द्र बदन
मोर मुकुट सोहे
अरुण अधर मंद मंद
हसीं मन को मोहे
कामदेव मद हरि
बिनती सुन ले हमारी ||2||
माखन दही चोर बनके
गोपिन सुख दीनो
जमुना तट हिल मिल के
महारास कीनो
नटवर रास बिहारी
सब तुझ पर बलिहारी ||3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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